
उन्होंने कहा, "उन्होंने मेरे गनमैन को मारा है। मैं वहां पर पांच घंटे तक बैठा रहा। मेरा गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह से निवेदन है कि कम से कम ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें। इस पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि बीजेपी का विधायक कितना असुरक्षित महसूस कर रहा है कि अपने निजी वाहन से न आकर बस से आ रहे हैं। इस पर गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने विधायकों को सुरक्षा गार्ड उनकी सुरक्षा के लिए उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इसकी व्यवस्था करेगी कि ठाकुर विधानसभा में अपने वाहन से आएं और किसी भी अपराधी रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को टोल प्लाजा पर नहीं रखा जाएगा।
उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार विधायकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है, जरुरत पडने पर हम अतिरिक्त सुरक्षा भी देने को तैयार हैं। इस पर प्रश्नकर्ता विधायक ठाकुर ने कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी के पास पहचानपत्र था और जवाब में झूठी जानकारी दी गई है। बीजेपी विधायक के इस जवाब पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए विधायकों की सुरक्षा नहीं होने का आरोप लगाया। उधर, विधानसभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार को निर्देशित किया कि वह टोल कर्मियों के पुलिस वेरिफिकेशन के निर्देश दें ताकि टोलनाकों पर असामाजिक तत्वों को नौकरी देने से बचा जा सके।