भोपाल। अंतत: प्रीति रघुवंशी के प्यार की जीत हुई और मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह की अकड़ धरी की धरी रह गई। अंडरग्राउंड चल रहा मंत्री का बेटा एवं प्रीति रघुवंशी का पति गिरजेश प्रताप सिंह आज उदयपुरा पहुंचा और उसने अपनी पत्नी प्रीति रघुवंशी की अस्थियों का संचय किया। प्रीति के पिता बस इतनी सी ही मांग कर रहे थे। वो चाहते थे कि प्रीति का अंतिम संस्कार भी गिरजेश सिंह ही करे।
बता दें कि मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश सिंह ने प्रीति रघुवंशी से लवमैरिज की थी। रामपाल सिंह इस शादी को मान्यता नहीं दे रहे थे और उन्होंने गिरजेश सिंह की सगाई कर दी थी। इसी सदमे में प्रीति सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। मौत के बाद भी रामपाल सिंह ने प्रीति को पहचानने तक से इंकार कर दिया था। कहा तो यह भी जा रहा है कि रामपाल सिंह ने ही गिरजेश सिंह को कहीं छुपा दिया था लेकिन जब रघुवंशी समाज एकजुट हुआ और विधानसभा में मामला गूंजा तो गिरजेश सिंह बाहर निकल आया और उसने प्रीति को समाज के सामने अपनी पत्नी स्वीकार किया।
इस पूरे मामले में मंत्री रामपाल सिंह एक जालिम पिता की भूमिका में नजर आए। उन्होंने मीडिया के सामने जांच का हवाला देते हुए प्रीति को अपनी बहू मानने से इंकार कर दिया था। विवाह का प्रमाण पत्र सार्वजनिक हो जाने के बाद भी रामपाल सिंह अपनी बात पर अड़े हुए थे। वो राजपूत समाज के संपर्क में थे और चाहते थे कि व्यक्तिगत मामले में समाज का दखल ना हो।
मामले में बड़ा खुलासा तब हुआ हुआ था, जब मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश का एसएमएस सामने आया था। खुदकुशी की घटना से तीन दिन पहले ही गिरजेश ने प्रीति के चाचा को एसएमएस किया, जिसमें उन्होंने लिखा 'अपन कुछ करेंगे, टेंशन मत लो', बस प्रीति से अच्छे से पहले बात करो।
संबंधित समाचार: