भोपाल। पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह द्वारा अपने विवाहित बेटे गिरजेश सिंह की दूसरी शादी कराने की तैयारियों से आहत होकर आत्महत्या करने वाले प्रीति रघुवंशी की मौत के मामले को मप्र के संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बेवजह का मुद्दा बताया है। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता जनहित के मुद्दों को छोड़कर बेवजह आत्महत्या के इस मामले को तूल दे रहे हैं। बता दें कि प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में सोशल मीडिया पर लोग सीएम शिवराज सिंह की मंशा तक पर सवाल उठा रहे हैं। लोग खुलकर पूछ रहे हैं कि 'प्रीति तुम्हारी भांजी नहीं है क्या, वो किसी की बेटी नहीं है क्या, उसे न्याय कौन देगा।'
उन्होंने कहा कि प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में कांग्रेस बेवजह सदन में हंगामे के जरिये ध्यानाकर्षण में जनहित से जुड़े मुद्दो पर चर्चा करने से बच रही है। नरोत्तम मिश्रा ने प्रीति रघुवंशी के परिजनों के बयानों से साफ इनकार करते हुए कहा कि जब तक पूरे मामले की जांच नही हो जाती, तब तक इस मामले को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। आर्य समाज के प्रमाण पत्र पर उन्होंने कहा कि ये प्रमाण पत्र ही जांच का विषय है और यही बात हमारे मंत्री रामपाल सिंह भी बार-बार कह रहे हैं।
बता दें कि प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या के बाद मप्र का पूरा रघुवंशी समाज आक्रोशित है और आज प्रदेश भर में प्रदर्शन किए गए। आर्यसमाज मंदिर द्वारा यह जाहिर किया जा चुका है कि प्रीति का विवाह प्रमाण पत्र सही है। रायसेन पुलिस ने भी अपनी जांच में इसे सही मान लिया है। जबकि मंत्री रामपाल सिंह और नरोत्तम मिश्रा अभी तक उसे जांच की प्रक्रिया में बता रहे हैं। मासूम लड़की की मौत पर दुख नहीं जताया जा रहा क्योंकि जालिम पिता एक मंत्री भी है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि मंत्री का बेटा गिरजेश सिंह आज खुद प्रीति रघुवंशी की अस्थियां संचय करने जा पहुंचा। इसके साथ ही प्रमाणित हो गया कि प्रीति रघुवंशी और उसके परिवार के सभी बयान सही हैं और मंत्री रामपाल सिंह झूठ बोल रहे थे।
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