भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने इस बार भी चुनाव लड़ने की बात कही है, साथ ही उनका ये भी कहना है कि वो टिकट मांगने नहीं जाएंगे बल्की टिकट खुद चलकर उनके घर आएगा। गौरतलब है कि बीजेपी में 75 प्लस फार्मूले के तहत कई नेताओं को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। वहीं बात करें 84 साल के बाबूलाल गौर की तो 11वीं बार विधानसभा चुनाव के लड़ने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि पिछले साल मंत्रीमंडल विस्तार के पहले बाबूलाल गौर से मंत्री पद से इस्तीफा मांग लिया गया था। लेकिन लगातार उपचुनावों में हो रही हार के बाद अब गौर ने पार्टी पर सवाल खड़े करने के साथ ही एलान कर दिया है कि वो अगला विधानसभा चुनाव जरूर लड़ेंगे और टिकट उनके घर चल कर आएगा।
बता दें कि गौर मुंगावली-कोलारस उपचुनाव में पार्टी की हार को लेकर सवाल खडे़ करते हुए सिंधिया की तारीफ कर चुके हैं। साथ ही यह भी कह चुके हैं कि सिंधिया को अभिमन्यु समझा था और सिंधिया अर्जुन बनकर बीजेपी के चक्रव्यूह को तोड़कर निकल गए। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने राजधानी भोपाल के विधानसभा क्षेत्र गोविंदपुरा से चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है। बाबूलाल गौर की बात करें तो वो एक मात्र ऐसे नेता है, जो 1974 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं।
दरअसल, पिछले साल गौर मंत्रीमंडल से हटाए जाने के बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि अब उन्हें चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिलेगा। लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि चुनाव क्यों नहीं लड़ुंगा, घर चलकर आएगा टिकट। साथ ही कहा कि हमारी पार्टी में टिकट की मांग नहीं करनी पड़ती। बुलाकर कहते हैं कि आपको चुनाव लड़ना है। वहीं चुनाव की तैयारी को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव जीतते ही अगले चुनाव की तैयारी शुरू कर देते हैं। जिस तरह कोई स्टूडेंट रोजाना पढाई करता है और फर्स्ट डिवीजन पास होता है।