भोपाल। मध्यप्रदेश के मुंगावली एवं कोलारस विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के हाथों भाजपा को मिली हार पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार (4 मार्च) को कहा कि हमने ये चुनाव जीतने के लिए लड़े थे, लेकिन थोड़ी सी कसर रह गई. ये दोनों सीटें कांग्रेस के उम्मीदवारों के निधन के कारण खाली हुई थीं. इन दोनों सीटों पर 24 फरवरी को उपचुनाव हुआ था और 28 फरवरी को इसके परिणाम आये थे. कांग्रेस ने इन पर अपना कब्जा बरकरार रखा हालांकि, जीत का अंतर काफी कम हो गया. यहां मुख्यमंत्री निवास पर चौहान ने मुंगावली एवं कोलारस विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली हार पर एक सवाल का जवाब देते हुए संवाददाताओं को बताया, ‘‘भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए लड़ा था, लेकिन थोड़ा सी कसर रह गई.’’ उन्होंने कहा कि इन दोनों सीटों पर चुनाव नहीं जीतने की भी कसक है, क्योंकि हमने जीतने के लिए यह चुनाव लड़े थे.
कोलारस एवं मुंगावली उपचुनाव में भाजपा को मिली थी हार
चौहान ने बताया कि कोलारस एवं मुंगावली उपचुनाव के बारे में पहले से ही सबकी यह धारणा थी कि यह चुनाव भाजपा के लिए जीतना कठिन है, क्योंकि वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कोलारस में कांग्रेस लगभग 25,000 वोटों से जीती थी और करीब 24,000 वोट बसपा को भी मिले थे, जिसने इस बार इस सीट पर उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था. इसलिए हमने 48,000 वोट के अंतर को लेकर लड़ाई शुरू की और उसको हम 8,000 तक लेकर आये. उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह से वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में मुंगावली में कांग्रेस 22,000 वोटों से जीती थी. 12,000 वोट बसपा को मिले थे. वहां पर भी इस बार बसपा ने उम्मीदवार खड़ा नहीं किया. मुंगावाली उपचुनाव में हम लगभग 2,100 वोट से हारे.
हार का असर 2018 के विधानसभा चुनाव पर नहीं
चौहान ने बताया, ‘‘राजनीतिक दृष्टि से देंखे तो कांग्रेस ने मुंगावली में भाजपा का जो सपोर्ट बेस था, उस वोट को ही बांट दिया. पहले एवं दूसरे राउंड में हमें 5,000 से 7,000 वोटों की लीड लेने की उम्मीद थी, लेकिन वहां मामला बराबरी पर रहा. बाकी के राउंड में देखें तो भाजपा ने वहां पर कुल मिलाकर अच्छा प्रदर्शन किया.’ एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि इस साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को किसी भी दल से चुनौती नहीं है. यह सच्चाई है कि वर्ष 2018 में शानदार बहुमत एवं पूरी शान से भाजपा मध्यप्रदेश में जीतेगी. उन्होंने कहा, ‘‘मुंगावली एवं कोलारस उपचुनाव की हार का असर वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा पर जरा सा भी नहीं होगा.’’