भोपाल। प्रीति रघुवंशी सुसाइड केस में पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह और उनके बेटे गिरजेश सिंह को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए भाजपा और शिवराज सिंह सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा तो इसे 'बेवजह का मुद्दा' बता चुके हैं। उन्होंने चुनौती दी है कि यदि किसी के पास सबूत है तो वो पेश करे। उनके जवाब में प्रीति के भाई का बयान आया है। उसने कहा है कि यदि मंत्री के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाएं तो वो सबूत देने को तैयार है।
बता दें कि प्रीति रघुवंशी के सुसाइड के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस न तो पीड़ित परिवार के बयान लेने आई और ना ही एफआईआर दर्ज हुई। पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। विषय मप्र पुलिस की प्रतिष्ठा का बन गया है। उदयपुरा पुलिस का कहना है कि प्रीति के परिजन बयान देने नहीं आए जबकि प्रीति के परिजनों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई ही नहीं कर रही। यदि पुलिस ईमानदारी से कानून के अनुसार कार्रवाई करने को तैयार हो तो हम हर बात के सबूत देने को तैयार हैं। मृतका के चचेरे भाई सौरभ रघुवंशी का कहना है कि पुलिस चाहे तो सब कर सकती है। गिरजेश के मोबाइल की काल डिटेल निकाली जा सकती है। शादी के प्रमाण भी मौजूद है।
पुलिस नहीं जुटा रही सबूत
मंत्री पुत्र गिरजेश सिंह की कॉल डीटेल अब तक नहीं निकाली गई।
आर्य समाज मंदिर से शादी के प्रमाण पत्र की जांच नहीं की गई।
प्रीति रघुवंशी के परिवार के बयान लेने की कोशिश ही नहीं की गई।
अस्थि संचय के समय गिरजेश सिंह आया था, पुलिस ने फोटोग्राफी नहीं कराई।
प्रीति के पति गिरजेश सिंह को बयान के लिए नहीं बुलाया गया।
प्रीति के सुसर मंत्री रामपाल सिंह को बयान के लिए अब तक नहीं बुलाया।
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