भोपाल। मध्यप्रदेश की विधानसभा के अध्यक्ष सीतासरन शर्मा पर सदन में तानाशाही का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। विधानसभा में बुधवार सुबह कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष का कहना है कि मंत्री रामपाल सिंह की बहू के सुसाइड मामले में चर्चा की जाए। सदन में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने से विपक्ष ने हंगामा कर दिया साथ ही विपक्ष ने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि संसदीय कार्य मंत्री के इशारे में सदन का कार्य होता है। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष को तानाशाह कह दिया। दो दिन पहले विधानसभा संचालन नियम के मुताबिक अभी तक केवल विपक्ष को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का अधिकार था, लेकिन विधानसभा ने नियमों में संशोधन कर दिया है। जिसके तहत सरकार विश्वास मत पर सदन में चर्चा करा सकेगी।
विधानसभा नियमावली कार्य संचालन में एक बदलाव यह भी किया गया है कि विधायक बड़े प्रश्न नहीं पूछ सकेंगे। संशोधित नियम के मुताबिक विधायकों को ऐसे प्रश्न पूछने पर रोक रहेगी, जिन मामले की जांच विधानसभा समिति कर रही हो या परीक्षण कर रही हो। इसी तरह जांच रिपोर्ट पटल पर आने के बाद ही उससे संबंधित सवाल विधायक पूछ सकेंगे। इसके अलावा राज्यपाल और मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दिया जाएगा।