महोदय जी, प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने म.प्र. पुलिस आरक्षक संवर्ग भर्ती परीक्षा 2017 की मॉडल आंसरशीट के बाद फाईनल आंसरशीट में बहुत बडा फेर बदल किया है। यह कि व्यापमं द्वारा पुलिस आरक्षक भर्ती में 13 सितम्बर 2017 की प्रथम पाली परीक्षा की फाईनल आंसरशीट को, 12 सितम्बर 2017 की फाईनल आंसरशीट से मिलान किया गया है। इसमें केवल दिनॉंक का अंतर रखा गया है लेकिन पूरे प्रश्न जैसे के तैसे हीे है। इसका मतलब हुआ कि 13 सितम्बर 2017 को प्रथम पाली के बच्चों की पूरी परीक्षा बेकार हो गई। क्योंकि बच्चों का पेपर ही बदल गया फाईनल आंसरशीट में एवं परीक्षा के अंक तो फाईनल आंसरशीट के द्वारा ही जारी किये जाते है। जो कि नॉर्मलाईजेशन के द्वारा होता है।
नॉर्मलाईजेशन व्यापमं द्वारा फाईनल आंसरशीट पर किया जाता है। न कि सिर्फ मॉडल आंसरशीट पर। यह व्यापमं की कोई गलती है या फिर कोई साजिश। अभी हाल ही में पुलिस भर्ती के संबंध में आवेदक सडकों पर धरना देने उतर आऐ थे कि बाहरी राज्य के आवेदकों का भर्ती में आना बंद हो या फिर कुछ प्रतिशत कोटा हो लेकिन यह समस्या हल पूरी हुइ है या नहीं। इसके बाद व्यापमं का ये काला सच, आंसरशीट का खुलासा सामने आया है कि किस तरह व्यापमं बच्चों की जिन्दगी के साथ कितना बडा खिलवाड कर रही है। इस काले सच को व्यापमं की गलती कहेंगे या फिर एक और व्यापमं घोटाला।
व्यापमं पहले भी कुछ इस तरह की गडबडी कर चुका है। सन् 2015 में म.प्र. वनरक्षक के 2400 पदों के लिए लगभग 1 लाख से ज्यादा आवेदकों को सेकेण्ड राउण्ड के लिए पास कर दिया था। और उसके एक दिन बाद परीक्षा परिणाम बदल कर सही किया गया था। इस कारण काफी ज्यादा संख्या में खुश आवेदकों को दूसरे दिन बहुत बडी निराशा ही हाथ लगी थी।
सत्यवीर कदम, परीक्षार्थी
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