
छात्रों की मांग है की जब अखिल भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (UPSC), SSC इंजीनियरिंग परीक्षा, GATE परीक्षा, एवं अन्य राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षाओं में जब साइंटिफिक केलकुलेटर के प्रयोग को मान्य किया जाता है तो फिर MPPSC द्वारा क्यों नहीं। इंजीनियर छात्रों के द्वारा यह तर्क दिया जा रहा है कि विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों को देखने के पश्चात 70% प्रश्नों की प्रकृति जटिल गणितीय एवं कैलकुलेशन से भरी पड़ी है।
ऐसे में इन जटिल समस्याओं को हल करने के लिए साइंटिफिक कैलकुलेटर की अत्यंत आवश्यकता है बिना साइंटिफिक केलकुलेटर के इन जटिल प्रश्नों को हल कर पाना असंभव है। अतः इंजीनियरिंग के समस्त संकाय के छात्रों की पुरजोर मांग है कि (बिना मेमोरी स्टोर के) सामान्य साइंटिफिक कैलकुलेटर को परीक्षा में ले जाने हेतु अनुमति प्रदान की जाए।