बेंगलुरु। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली एक ट्वीट को लेकर विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक में आगामी चुनाव में पार्टी टिकट को लेकर निर्णय लेने में रुपये की भूमिका होगी। हालांकि उन्होंने इस ट्वीट को पोस्ट करने की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा है, ‘मैंने ऐसा नहीं किया है।’ एक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, ‘‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को राजनीति करने के लिए रुपये की जरूरत पड़ती है। हम आगामी विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर ठेकेदारों और राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री के साथ उनके गठजोड़ को बर्दाश्त नहीं कर सकते।’
हालांकि यह ट्विटर हैंडल वेरिफाइड नहीं है। इस ट्वीट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गयीं। मोइली से जब मीडिया ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि ‘यह गलती किसी और ने की। उन्होंने कहा, ‘‘ उस ट्विटर हैंडल को मैं संचालित नहीं करता। यह सही (ट्वीट) नहीं है। मैं इसे वापस लेता हूं।’ मोइली विधानसभा चुनावों में घोषणापत्र समिति के प्रमुख हैं।
स्थानीय अखबारों में छपे ट्वीट के स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि यह हैंडल @moilyv से किया गया है और यह हैंडल मई 2016 से आॅपरेट किया जा रहा है। यह अकाउंट वेरीफाइड नहीं है परंतु एक्टिव है और 2016 से अब तक लगातार ट्वीट आते रहे हैं। ट्वीट करने वाला खुद को मोइली ही बताता रहा है। सवाल यह है कि यदि यह फेक अकाउंट है तो अब तक इसके खिलाफ साइबर पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की गई।