नई दिल्ली। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोवियत संघ के संस्थापक व्लादिमीर लेनिन की त्रिपुरा में प्रतिमा गिराए जाने का बचाव करते हुए कहा कि लेनिन ‘आतंकवादी’ थे और सवाल किया कि क्या भारत में ऐसे किसी व्यक्ति की प्रतिमा लगाई जा सकती है। स्वामी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा कि अगर कम्युनिस्ट नेता चाहें तो वे अपनी पार्टी मुख्यालय के भीतर लेनिन की प्रतिमा स्थापित कर लें और उनकी पूजा करें।
स्वामी ने सवाल किया, ‘व्लादिमीर लेनिन विदेशी थे। वह एक तरह से आतंकवादी थे क्योंकि उन्होंने रूस में तानाशाही लागू करने के बाद कई लोगों की हत्या की। आप चाहते हैं कि ऐसे व्यक्ति की प्रतिमा हमारे देश में लगे?’ बता दें कि त्रिपुरा में चुनाव जीतने के बाद भाजपा नेताओं ने लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया। इसके बाद त्रिपुरा में हिंसा भड़क गई। भाजपाईयों ने वामपंथियों के आॅफिस में तोड़फोड़ की। आगजनी भी हुई।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि यह प्रतिमा नहीं टूटी है और भाजपा इसे माकपा के कार्यालय में भेज देगी। गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि वह ‘विदेशी नेतृत्व’ को नहीं, बल्कि महात्मा गांधी और दीनदयाल उपाध्याय जैसे भारतीय नेताओं को आदर्श मानते हैं।
#Lenin to videshi hai, ek parakar se antankwadi hai, aise vyakti ka humare desh mein statue? Woh statue Communist party ke headquarters ke andar rakh sakte hain aur pooja karen :Subramanian Swamy pic.twitter.com/DUDVFApSCT— ANI (@ANI) March 6, 2018