कोझिकोड। लड़कियों के पहनावे को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर के खिलाफ छात्राओं ने तरबूज लेकर विरोध मार्च निकाला। प्रोफेसर की कथित टिप्पणी वाला एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। फारूक ट्रेनिंग कॉलेज के सहायक प्रोफेसर टी जौहर मुनव्वर ने कथित रूप से छात्राओं को फटकार लगाते हुए कहा था कि लड़कियां अब मुफ्ताह (सिर को ढंकने वाला पोशाक) नहीं पहनती हैं और वे सिर को स्कार्फ और शॉल से ढंकती हैं। वे जानबूझकर अपना सीना दिखाती हैं, जैसे कटे हुए तरबूज डिस्प्ले पर हों।
इस कथित टिप्पणी के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए छात्राओं ने वाम संबद्ध स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(एसएफआई) के बैनर तले कल तरबूज लेकर एक मार्च निकाला था। आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद( एबीवीपी) ने कॉलेज के सामने तरबूज फेंके। ऑडियो क्लिप में प्रोफेसर को यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि यह एक ऐसा कॉलेज है जहां 80 प्रतिशत विद्यार्थी महिलाएं हैं। वे अपने पर्दा के नीचे लैगिंग पहनकर कॉलेज आती हैं।
इससे पहले कॉलेज में होली समारोह के दौरान शिक्षकों के एक समूह और छात्रों के बीच संघर्ष हुआ था। छात्रों ने आरोप लगाया था कि कुछ शिक्षकों ने उनके साथ बदसलूकी की थी और पुलिस ने इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किया था।