
हादसे के वक्त कमरे में पांच लोग मौजूद थे, जिनमें से तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं, जावरा और नागदा से खाना बनाने के लिए पहुंची दो महिलाएं गीता बाई और माया बाई कमरे से बाहर नहीं निकल सकीं और जिंदा जलने की वजह से दोनों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी यशपाल यादव ने बताया कि आग लगने के बाद प्रशासनिक अमला काफी देर से मौके पर पहुंचा। परिजनों और स्थानीय लोगों ने ही अपने स्तर पर प्रयास कर आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी थी।
हादसे के बाद पूरे शहर में सनसनी मच गई। लोगों का भारी जमावड़ा घटनास्थल पर लग गया। पुलिस और प्रशासन के भी आला अफसर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दोनों महिलाओं के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना कर दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। इसके बाद ही हादसे की असल वजह का खुलासा हो सकेगा।