गुनौर/पन्ना। 8 मार्च को नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष 55 वर्षीय राजकुमार अवधिया पिता नारायण दास अवधिया का शव शाउमा विद्यालय के कमरा 01 मे पंखे से फॉसी मे झूलता मिला। घटना स्थल पर नायब तहसीलदार लक्ष्मण सिंह, एसडीओपी पन्ना परमाल सिंह मेहरा, टीआई डीके सिंह, एसआई शाहिद खॉन सहित पुलिस टीम ने घटना स्थल की छानबीन की। पुलिस का कहना है कि मृतक की शर्ट की जेब मे पर्स के साथ जहरीली दवा का एक पैकेट भी मिला जो खुला हुआ था। सबसे बड़ा रहस्य यह है कि मृतक मोजे पहने हुआ था लेकिन जूते कहीं नही मिले। साथ मे शव के घुटने जमीन से टकरार रहे थे।
बताया गया है कि स्कूल का चपरासी राजेश श्रीवास्तव एंव राजकुमार अवधिया अच्छे दोस्त थे जो एक साथ दारु भी पिया करते थे। घटना के दिन भी चपरासी राजेश श्रीवास्तव दारु के नशे मे धुत था। यहां तक कि वह घटना की सही जानकारी देने की हालत मे नही था। स्कूल के जिस कमरे मे मृतक का शव पंखे से लटकते पाया गया, चपरासी उसी कमरे मे रात्रिविश्राम करता था। पुलिस ने मर्ग क्रमांक 03/18 धारा 174 जाब्ता फौजदारी का मामला पंजीबद्ध कर जॉच प्रारम्भ कर दी है।
पत्नि का कहना कि वे बीमार थे, शराब बंद कर दी थी
मृतक राजकुमार अवधिया की पत्नि सूरजवती व उनके भाई राजेन्द्र कुमार अवधिया सहित पुत्रियों ने बताया कि कुछ माह से फैफड़े मे इंफेक्शन होने के कारण राजकुमार अवधिया बीमार चल रहे थे एंव उनकी दवा भी चल रही थी। डाक्टर के मना करने पर उन्होने शराब पीना छोड़ दिया था। जो भी हो पूर्व नपं उपाध्यक्ष राजकुमार अवधिया की मौत का कारण रहस्य बना हुआ है।