
बताया गया है कि स्कूल का चपरासी राजेश श्रीवास्तव एंव राजकुमार अवधिया अच्छे दोस्त थे जो एक साथ दारु भी पिया करते थे। घटना के दिन भी चपरासी राजेश श्रीवास्तव दारु के नशे मे धुत था। यहां तक कि वह घटना की सही जानकारी देने की हालत मे नही था। स्कूल के जिस कमरे मे मृतक का शव पंखे से लटकते पाया गया, चपरासी उसी कमरे मे रात्रिविश्राम करता था। पुलिस ने मर्ग क्रमांक 03/18 धारा 174 जाब्ता फौजदारी का मामला पंजीबद्ध कर जॉच प्रारम्भ कर दी है।
पत्नि का कहना कि वे बीमार थे, शराब बंद कर दी थी
मृतक राजकुमार अवधिया की पत्नि सूरजवती व उनके भाई राजेन्द्र कुमार अवधिया सहित पुत्रियों ने बताया कि कुछ माह से फैफड़े मे इंफेक्शन होने के कारण राजकुमार अवधिया बीमार चल रहे थे एंव उनकी दवा भी चल रही थी। डाक्टर के मना करने पर उन्होने शराब पीना छोड़ दिया था। जो भी हो पूर्व नपं उपाध्यक्ष राजकुमार अवधिया की मौत का कारण रहस्य बना हुआ है।