
विधायक बीबी सलीमा ने शुक्रवार को विधानसभा में इस मामले से जुड़ा हुआ एक प्रस्ताव रखा। इसमें कहा गया, ‘गिलगित-बाल्टिस्तान में रहने वाले कई परिवारों के बच्चों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी माताएं झिनझियांग में कैद हैं।’
आपको बता दें कि गिलगित-बाल्टिस्तान और झिनझियांग प्रांत में रहने वाले लोगों के बीच कई दशकों से शादियां होती रही हैं। कई कानून के जानकारों का कहना है कि सीमा पर स्थित दोनों ही क्षेत्रों की संस्कृति में काफी समानताएं हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन महिलाओं को पिछले साल उस वक्त हिरासत में लिया गया था, जब वह अपने रिश्तेदारों से मिलने झिनझियांग आई थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिलगित-बाल्टिस्तान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जफरुल्ला खान ने जानकारी दी कि चीन ने झिनझियांग में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करते वक्त इन महिलाओं को हिरासत में ले लिया था। उन्होंने कहा, ‘…लेकिन इन महिलाओं में से कोई भी चीन में आतंकी गतिविधियों में शामिल नहीं हैं।’