इंदौर। मध्य प्रदेश के नीमच में एक निजी नर्सिंग होम में कथित तौर पर नवजात बच्चों की अदला-बदली के बाद बवाल मच गया। एक प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें बेटा होने की जानकारी दी थी। बाद में बताया गया कि उन्हें बेटा नहीं बेटी हुई है। ऐसे में अब परिजन डीएनए जांच की मांग पर अड़े हुए है। पुलिस ने उनकी मांग स्वीकार कर ली है। जांच के बाद खुलासा होगा कि नर्सिंग होम सही है या नवजात के माता पिता।
दरअसल, नर्सिंग होम में शनिवार की रात दो महिलाओं की डिलेवरी हुई थी। एक महिला ने बेटे को तो दूसरी ने बेटी को जन्म दिया। इनमें से एक महिला के परिजनों का आरोप है कि डिलेवरी के बाद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से उन्हें लड़का होने की जानकारी दी गई थी। अस्पताल के रिकॉर्ड में भी इस बात का जिक्र किया गया था।
परिजनों का कहना है कि रविवार सुबह उन्हें बताया गया कि लड़का नहीं लड़की हुई है। इसके बाद अस्पताल के रिकॉर्ड में भी मेल को काटकर फीमेल लिखा गया। अस्पताल प्रबंधन अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। अस्पताल की डॉक्टर सुजाता गुप्ता का कहना है कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
वहीं, हंगामा काफी बढ़ने पर नीमच सिटी पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। परिजनों की शिकायत सुनने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच करने की बात कही है। थाना प्रभारी दीपक खत्री ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो डीएनएन परीक्षण कराया जाएगा।