भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा है कि टैक्स उतना ही वसूला जाना चाहिए, जिससे ग्राहक को पीड़ा न हो। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैंने पढ़ा है कि एक ही उत्पाद पर दो-दो बार जीएसटी लगाया गया। बता दें कि जीएसटी का देश भर में विरोध किया गया। सरकार अपने स्टेंड पर खड़ी रही। धीरे धीरे कई वस्तुओं पर जीएसटी कम भी कर दिया गया परंतु सरकार निगरानी नहीं कर पा रही है कि दुकानदार कहां कितना टैक्स वसूल रहे हैं।
होसबोले शुक्रवार को समन्वय भवन में ग्राहक पंचायत के चौथे प्रादेशिक अधिवेशन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। होसबोले ने चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा कि चाणक्य भी कहते थे कि जैसे मधुमक्खी फूल से मधु लेती है और फूल को पता नहीं चलता, वैसे ही ग्राहकों से टैक्स लिया जाना चाहिए। जिससे उसे पीड़ा न हो।
व्यापार भी धर्म मार्ग पर होना चाहिए
होसबोले ने कहा कि व्यापार भी धर्म मार्ग पर होना चाहिए। व्यापारी जब माल बेचता है तो मुनाफा कमाना चाहता है, लेकिन वही व्यापारी जब ग्राहक बनकर सामान खरीदने जाता है तो वह कम दामों में गुणवत्ता पूर्ण माल चाहता है।