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मयंक जो कि ओपनर के तौर पर खेलते हैं, उनके सिलेक्ट न होने को लेकर पिछले दिनों काफी चर्चाएं हुईं। गावसकर के मुताबिक, इनमें धवन को बाहर रखकर मयंक को खिलाने की सलाह दी जा रही थी, जो उन्हें को ठीक न लगी। गावसकर लिखते हैं, 'मैं पूछता हूं कि धवन ही क्यों रोहित शर्म क्यों नहीं? आखिर साउथ अफ्रीका में भी उन्होंने धवन से ज्यादा मैच खेले थे। मैं इस बात की वकालत नहीं कर रहा कि रोहित को ही बाहर होना चाहिए, लेकिन इस बात को उठा रहा हूं कि हर बार धवन को ही क्यों कुल्हाड़ी के नीचे लाया जाता है? '
गावसकर ने श्रीलंका में शुरू होनेवाली निदाहास ट्रोफी के लिए सिलेक्ट हुए बाकी खिलाड़ियों का भी जिक्र किया। उन्होंने इस सीरीज को मोहम्मद सिराज, ऋषभ पंत और दीपक हुड्डा जैसे युवाओं के लिए बेहतरीन मौका बताया। गावसकर के मुताबिक, इस सीरीज में सुरेश रैना और दिनेश कार्तिक को साबित करना होगा कि उन्हें टीम में लेकर कोई गलती नहीं की गई है।