भोपाल। स्पीक एशिया के नाम पर देश भर में बड़ा खेल हुआ। स्पीक एशिया नाम की कंपनी को उस समय कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा जब वो देश भर में लोकप्रियता के शिखर पर थी। आरोप है कि स्पीक एशिया गैर कानूनी गतिविधियां संचालित कर रही थी। उसके संचालकों ने लोगों से ठगी की है। स्पीक एशिया के संचालकों पर 1000 करोड़ की ठगी का आरोप है। बताया गया है कि इसके मुख्य कर्ताधर्ता देश छोड़कर भाग गए। इस मामले को वर्षों बीत गए लेकिन आज भी लोग गूगल पर स्पीक एशिया को सर्च कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2900 लोग इसे अब भी सर्च करते हैं।
क्या है मामला
ईडी ने 900 करोड़ के घोटाले को परत दर परत जांचने के लिए मामला दर्ज कर किया था। ईडी के सूत्रों की मानें तो मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी स्पीक एशिया ने 900 करोड़ में से 100 करोड़ से ज्यादा की रकम सिंगापुर के रास्ते लैटिन अमेरिका और ब्राजील की कई कंपनियों में इनवेस्ट कर दी है। कानूनी शिकंजे से बचने के लिए कंपनी अलग अलग बिजनेस में निवेश कर ब्लैक मनी को व्हाइट करने में जुटी हुई थी।
स्पीक एशिया की नाम पर भी हुई ठगी
चौंकाने वाली बात तो यह है कि स्पीक एशिया बंद हो जाने के बाद उसके नाम पर भी लम्बे समय तक ठगी की जाती रही। कई कंपनियों ने यह दावा किया कि वो स्पीक एशिया का ही दूसरा रूप हैं। सर्वे के नाम पर कमाई का लालच दिया और लाखों लोगों से ठगी कर ली। कुछ कंपनियों ने यह भी दावा किया कि उनके साथ नेटवर्क मार्केटिंग करके स्पीक एशिया का घाटा पूरा किया जा सकता है। सैंकड़ों कंपनियों ने स्पीक एशिया के नाम पर लोगों को ठगा।