नई दिल्ली। शनिवार का दिन मोदी सरकार के लिए भारी रहा है और राजधानी की सड़कों पर हजारों छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए। ये छात्र SSC पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग कर रहे है। #YUVAHALLBOL नाम के इस प्रदर्शन को NSUI का भी समर्थन मिला और छात्र सरकार और SSC के खिलाफ नारेबाजी करते हुए संसद मार्ग पर धरना देने बैठ गए।
एसएससी अभ्यर्थी इस मामले में निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शातिपूर्ण प्रदर्शन के बीच दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को हिरासत में लिया है। छात्रों के हुजूम से संसद मार्ग जब पट गया तब पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए बल प्रयोग किया और छात्रों पर जमकर लाठियां चलाईं। पुलिस के लाठीचार्ज में कई छात्र घायल भी हो गए।
पुलिस ने की बदसलूकी
पुलिस यही नहीं रूकी बसों के अंदर हिरासत में लिए छात्रों के साथ भी इन्होंने बदसलूकी की। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि उन्हें जांच का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। हजारों की संख्या में छात्रों ने अलग-अलग मांगों को लेकर संसद मार्ग पर प्रदर्शन किया।
अधिकारियों को मंच पर जाने से रोका
इस आंदोलन में करीब पांच हजार छात्र छात्राएं इस प्रदर्शन में शामिल हैं। दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारी मंच पर जाना चाह रहे थे, लेकिन नीचे बैठे छात्रों ने उन्हें जाने की इजाजत नहीं दी। एसएससी में हुई धांधली को लेकर छात्रों का एक और गुट दिल्ली के जंतर मंतर पर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। देश भर के अलग-अलग राज्यों से छात्र दिल्ली में आए हुए हैं। गौरतलब है कि छात्र 27 फरवरी से एसएससी दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों का कहना है कि अब आर या पार की लड़ाई लड़कर वापस जाएंगे।
मेट्रो स्टेशन और दुकानें हुई बंद
इस हंगामे के चलते जनपथ पर वेस्टर्न कोर्ट के सामने छात्रों और पुलिस की भीड़ लग गई। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने जनपथ मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया। वहीं इस जगह हो रही भगदड़ के चलते जनपथ की कुछ दुकानों को भी बंद कर दिया गया। पुलिस ने शाम तक इन छात्रों को मंदिर मार्ग थाने में रखा।
कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
वहीं CBSE पेपर लिक में बीजेपी के विद्यार्थी परिषद ABVP के सदस्यों के नाम आने के बाद से विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर और हमलावर हो गए। पार्टी प्रवक्ता संजय झा ने मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर के इस्तीफे की मांग भी की है।