भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाहते हैं कि मप्र पुलिस सिंघम की तरह काम करे। निर्दोष लोगों को सुरक्षा का अहसास हो और गुंडों की सार्वजनिक ठुकाई हो। पिछले दिनों भोपाल में ऐसा कुछ देखने को भी मिला लेकिन इसका तात्पर्य यह नहीं कि पूरा पुलिस विभाग चौकन्ना हो गया है। मप्र के सबसे संवेदनशील स्थान विधानसभा भवन के दरवाजे पर सुरक्षा में तैनात टीआई प्रदीप खन्ना समेत 14 पुलिस कर्मचारी ड्यूटी के दौरान खर्राटे भरते मिले। सभी को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि विधानसभा में सुरक्षा के लिए तैनात कुछ पुलिसकर्मी सही तरीके से अपनी ड्यूटी नहीं कर रहे है। शिकायतें लगातार बढ़ने के बाद अफसरों ने मंगलवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए टीआई प्रदीप खन्ना समेत 14 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया। यह सारे पुलिस कर्मी विधानसभा के गेट के बाहर और बैरिकेट्स पर तैनात रहते थे।
टीआई प्रदीप खन्ना अलीराजपुर में पदस्थ है और अन्य सस्पेंड किए गए पुलिस कर्मचारी भोपाल समेत दूसरे जिलों में तैनात है। बताया जा रहा है कि विधानसभा सत्र शुरू होने के वक्त से ही सस्पेंड हुए सभी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी हुई थी। अधिकांश समय मुस्तैदी से ड्यूटी करने के बजाए ये सभी अपनी जगह पर बैठे और सोते हुए मिले थे। इसके बाद ही सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।