युद्ध का कारक ग्रह मंगल 7 मार्च को धनु राशि मॆ शनि के साथ आ रहा है, धनु राशि अग्नि तत्व राशि है, मंगल अग्नि तथा शनि तेल का कारक है जब भी ये दो ग्रह मिलते है तो अग्निकांड, विस्फोट, युद्द की प्रबल सम्भावना बलवती होती हैं। कहीं ज्वालामुखी फटता है, भूस्खलन भी होता है, एक तरह से मंगल का राशि परिवर्तन विश्व के लिये खतरे की घंटी है, मंगल शनि की युति विश्व शांति, मंहगाई, जलवायु और व्यापार के दृष्टिकोण से क्या परिणाम देने वाला है।
उत्तर कोरिया अमेरिका के मध्य तनाव चरम पर पहुंचेगा।
विश्व की उत्तर दिशा मॆ युद्ध,भूकम्प,ज्वालामुखी की घटनाएं होंगी।
तेलकुंओं मॆ आग लगने की घटना हो सकती है।
भारत को कश्मीर और डॉकलाम मोर्चे पर तैयार रहना पड़ेगा, छिटपुट झड़प भी हो सकती है।
भारतीय सेना शत्रुओं का मानमर्दन करेगी।
सीरिया विवाद मॆ रूस को भारी युद्ध मॆ उलझना पढ़ सकता है।
उत्तरदिशा के देश एक दूसरे पर मिसाइल तथा अन्य संसाधनों से हमला करेंगे।
18 अप्रेल को शनि मार्गी होगा इसके बाद स्थिति भयावह होगी।
2मई तक समय तनावपूर्ण रहेगा।
भारत के उत्तरीराज्यों मॆ भयानक अग्निकांड का खतरा।
तेल,मसालों के भाव मॆ वृद्धि का योग।