नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के आगरा एवं आसपास के इलाकों में तबाही पसर गई है। तूफानी बारिश ने 15 लोगों की जान ले ली जबकि 24 से ज्यादा घायल सरकारी अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं। घायलों की सही संख्या का अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता। इसके अलावा दुनिया भर में आकर्षण का केंद्र ताजमहल को भी काफी नुक्सान पहुंचा है। उसका गुंबद टूट गया। 2 मीनारें गिरने की खबर है। ताजमहल के प्रवेशद्वार के दो गुलदस्ता पिलर धाराशाई हो गए। भीमनगरी का मंच भी गिर गया। शाहगंज में मस्जिद की मीनार भी गिरी।
40 मिनट तक हुई मौत की बारिश
रिपोर्ट के मुताबिक भयंकर आंधी-तूफ़ान में करीब 35 मिलीमीटर बारिश हुई और 40 मिनट तक ओले गिरते रहे। भयंकर तूफान से शहर से लेकर 6 देहात तक सैकड़ों पेड़, होर्डिंग, टीनशेड, खंभे उखड़ गए। कई जगह मकान और दीवारें ढह गईं। आगरा आठ, मथुरा में चार और फिरोजाबाद में लोगों की मौत हो गई।
कई इलाके पानी में डूबे, फसलें बर्बाद
प्रेम की अमर निशानी ताजमहल के दो गेटों की मीनारें गिरने के साथ मुख्य स्मारक को भी नुकसान पहुंचा है। तूफान में दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। बवंडर में करोड़ों रुपए की हानि की भी सूचना है। वहीं, कई इलाके पानी में डूब गए। गेहूं की 80 फीसदी तक फसल नष्ट हो गई।
आगरा मंडल में शाम 7.30 बजे के करीब एकाएक बिजली गड़गड़ाने के साथ काले बादल घिरने लगे। तूफान इतना तेज था कि चंद पलों में रौद्र रूप धारण कर लिया। लोग संभल पाते, तब तक ओलावृष्टि और भारी बारिश होने लगी। चंद मिनट में ही बवंडर पूरे ब्रज में फैल गया।
बता दें यूपी के मौसम में आए बदलाव और आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला। आंधी-तूफान से सूबे में अब तक 35 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राजस्व विभाग के निर्देश पर आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आंधी-तूफान से पीड़ित लोगों को सरकार ने तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।