जयपुर। विश्वकर्मा स्थित मालपाणी हॉस्पिटल में दवाई के क्लीनिकल ट्रायल के दौरान 16 लोग बीमार हो गए। जयपुर के मालपानी हॉस्पिटल में यह ट्रायल किया जा रहा था। यहां चूरू और भरतपुर से ग्रामीणों को 500 रुपए की दिहाड़ी दिलाने के नाम पर लाया गया था। ट्रायल के लिए आए लोगों का आरोप है कि अस्पताल में भरतपुर और चूरू से मेडिकल कैंप में काम दिलवाने के बहाने लोगों को बुलाया गया। सभी को अस्पताल में ठहराया गया, जहां उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई। चूरू से 18 अप्रैल को लाए गए इन लोगों को 19 अप्रैल को जीआरसी 27864 कोड की दवा दी गई।
यह दवा गठिया दर्द से पीड़ित लोगों को दी जाती है। इस दवा को खाने के बाद ही अस्पताल लाए गए 16 लोगों की तबियत बिगड़ गई। किसी को नशा आने लगा, तो किसी के हाथ पैरों में दर्द की शिकायत सामने आई। इतना ही नहीं भरतपुर से भी चार लोगों को 20 अप्रैल को लाया गया।
उन्हें शनिवार को दवा दी जानी थी इस बात का खुलासा होने की वजह से ये लोग बच गए। इस बारे में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनका अस्पताल क्लीनिकल ट्रायल के लिए अधिकृत है। इसे केन्द्र सरकार से मंजूरी मिली हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि उनसे कहा गया था कि अस्पताल में एक कैंप लगाया जाना है। उसके काम के लिए चलना है। एक दिन के 500 रुपए, खाने-पीने और रहने का बंदोबस्त भी होगा।
इस मामले के सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री काली कदम सर्राफ ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसकी जांच प्रमुख सचिव स्वास्थ्य करेंगे।