भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार अब 2000 के नोटों की तलाश करेगी। सीएम शिवराज सिंह को संदेह है कि लोगों ने 2000 के नोट छुपा लिए हैं। कोई सिंडिकेट है जो 2000 के नोटों को डम्प कर रहा है। यह एक साजिश है। सीएम इस बात से भी हैरान हैं कि नोटबंदी से पहले हर एटीएम नोटों से भरा रहता था परंतु अब कई एटीएम खाली रहते हैं। याद दिला दें कि पिछले दिनों खबर आई थी कि 2000 के कुल छपे हुए नोटों में से मात्र 14 प्रतिशत नोट ही प्रचलन में हैं बाकी सारे बाजार से गायब हो गए हैं।
शाजापुर में सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि बाजार से 2000 रुपए के नोट गायब हो रहे हैं। उनका आरोप है कि इसके पीछे साजिश है। इस बारे में उन्होंने केंद्र सरकार से बात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इससे सख्ती से निपटेगी। यहां किसानों को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, "नोटबंदी से पहले 15 लाख करोड़ रुपए की नगदी चलन में थी। इस प्रक्रिया (नोटबंदी) के बाद यह बढ़कर 16 लाख 50 हजार करोड़ रुपए हो गई, लेकिन बाजार से 2000 का नोट गायब हो रहा है।"
मुख्यमंत्री राज्य में कुछ स्थानों पर एटीएम में पैसों की कमी की खबरों का जिक्र कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा, "लेकिन दो-दो हजार के नोट कहां जा रहे हैं, कौन दबाकर रख रहा है, कौन नकदी की कमी पैदा कर रहा है। यह षड्यंत्र है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि दिक्कतें पैदा हो। सरकार इससे सख्ती से निपटेगी। शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने यह मुद्दा केंद्र सरकार के सामने भी उठाया है।