नई दिल्ली। बच्चों के लिए माता-पिता क्या कुछ नहीं करते। 14वीं बर्थडे पर स्कूटर/बाइक गिफ्ट करने की तो परंपरा बन गई है परंतु वो यह नहीं जानते कि यह एक गैरकानूनी काम है। अवयस्क बच्चों को ड्राइविंग का मौका देना गुनाह है और इसके लिए जेल हो सकती है। हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने इस बारे में सख्त कदम उठाए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च-अप्रैल महीने में यहां 26 ऐसे पैरंट्स को गिरफ्तार किया जा चुका है जिनके 18 साल से कम उम्र के बच्चे सड़क पर ड्राइविंग करते हुए पाए गए।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस के जॉइंट कमिश्नर अनिल कुमार ने बताया, 'मार्च महीने में कोर्ट द्वारा 20 पैरंट्स को जेल भेजा गया था।' हैदराबाद पुलिस इन दिनों पैरंट्स और बच्चों के लिए काउंसलिंग सेशन आयोजित कराने से लेकर एफआईआर दर्ज करा रही है ताकि ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरुकता बनी रहे।
फरवरी में 45 पैरंट्स को भेजा गया था जेल
इससे पहले फरवरी महीने में ऐसे ही 1079 मामलों में 45 पैरंट्स को सलाखों के पीछे भेजा गया था। इसके अलावा प्रत्येक अभिवावक पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया था। इस सख्त कार्रवाई के पीछे वजह नाबालिगों के ऐक्सिडेंट मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी है। इसकी एक वजह शराब पीकर गाड़ी चलाना भी है। साल 2017 में ट्रैफिक पुलिस को दुर्घटना के 130 के ऐसे मामले मिले थे जिसमें नाबालिग गाड़ी चला रहे थे।