नई दिल्ली। आपने क्रिकेट के भगवान कहे वाले सचिन तेंदुलकर की एक से बढ़कर एक पारियां देखी होंगी. आज भी आपको सचिन की वेरी-वेरी स्पेशल पारियां रोमांचित कर देती होंगी लेकिन क्या आप बता सकते हैं कि सचिन तेंदुलकर के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंद कौन सी है। वैसे खुद सचिन तेंदुलकर कई बार इसका जिक्र कर चुके हैं। पर वास्तव में इसका याद करना इतना आसान होने नहीं जा रहा। वजह यह है कि इस घटना को करीब 14 साल हो गए हैं। चलिए हम आपको थोड़ा विस्तार से बताते हैं कि सचिन तेंदुलकर ने यह गेंद कब फेंकी। साथ ही इस गेंद से जुड़ी बाकी बातों के बारे में भी।
सचिन तेंदुलकर ने यह गेंद साल 2004 में टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे में मुल्तान में खेले गए टेस्ट के दौरान फेंकी। यह मैच का दूसरा दिन था और यह दूसरा दिन भारतीय क्रिकेट की दो बातों के लिए यादगार बन गया। पहला तो यह कि वीरेंद्र सहवाग ने इस दिन तिहरा शतक जड़कर भारतीय मीडिया से 'मुल्तान का सुल्तान' का तमगा हासिल किया, तो वहीं यह दिन सचिन तेंदुलकर की फेंकी गेंद के लिए यादगार बन गया। वास्तव में यह दिन की आखिरी गेंद थी। जिसने मोइन खान का विकेट चटकाया। सचिन की यह गेंद वीरेंद्र सहवाग के तिहरे शतक से ज्यादा चर्चा का विषय उस समय विशेष के दौरान बन गई थी।
क्या हुआ था उस दिन
दूसरे दिन का आखिरी ओवर सचिन तेंदुलकर ने फेंका। और वह हालात को रोमांचक बनाने के लिए अपनी तरफ से कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रहे थे। सचिन एक-एक गेंद पर अपना गणित लगा रहे थे। इस ओवर की आखिरी गेंद सचिन ने गुगली फेंकी और मोइन खान बुरी तरह ऐसे ठगे रह गए मानो सरे बाजार उन्हें किसी ने लूट लिया हो। मोइन खान इस गेंद को छोड़ना चाहते थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने इसे खेलने का मन बनाया। गेंद बड़ा घुमाव लेती हुई मोइन खान की टांगों के बीच से गुजर उनकी गिल्लियां बिखेर गई और इसके बाद मोइन खान का चेहरा देखने लायक था।
विकेट चटकाने के बाद सचिन तेंदुलकर की प्रतिक्रया ऐसी थी, जो शायद साल 2011 में टीम इंडिया के विश्व कप जीतने के बाद भी न रही हो। सचिन ने कई मौकों पर इस विकेट को अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में शुमार किया।