भोपाल। प्रदेश के 6 बडे कर्मचारी संगठन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, मंत्रालय कर्मचारी संघ, त़तीय वर्ग कर्मचारी संघ, लघुवेतन कर्मचारी संघ, राजस्व कर्मचारी संघ एवं नगरपालिका कर्मचारी संघ के सामूहिक आव्हान पर प्रदेश के चार लाख तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपनी जायज मांगों की पूर्ति के लिये 12 एवं 13 अप्रेल को दो दिवस का सामूहिक अवकाश लेकर हड्ताल पर रहेंगे जिससे राज्य सचिवालय से लेकर ग्राम सचिवालय तक का कार्य प्रभावित होगा।
आंदोलन की तैयारी को लेकर आज कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों की मंत्रालय में बैठक हुई जिसमें हडताल के पोस्टर एवं प्रचार सामग्री को अंतिम रूप दिया गया साथ ही पदाधिकारियों को जिम्मेदारी तय की गई। बैठक में विभिन्न जिलों में कर्मचारियों द्वारा सामूहिक अवकाश आंदोलन के फार्म भरने की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि विभिन्न जिलों सहित राजधानी में लगभग 40 प्रतिशत कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश आंदोलन के आवेदन पत्र भर दिए है । दिनॉक 6 अप्रेल को भोपाल स्थित विभिन्न कार्यालयों के कर्मचारी प्रतिनिधियों की बैठक शाम 6 बजे कर्मचारी भवन टीटी नगर में आयोजित की गई है।
कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि 17 जनवरी को मुख्य मंत्री निवास पर हुई चर्चा में मुख्य मंत्री ने दौ माह में मांगों की पूर्ति का आश्वासन दिया था उसके बाद भी प्रमुख मांगों के निराकरण की दिशा में कुछ नही हुआ। अब आश्वासन नही ठोस कार्यवाही चाहियें ।
बैठक में ये थे उपस्थित
सर्वश्री सुधीर नायक, सुभाष वर्मा, मनोज बाजपेयी, महेन्द्र शर्मा, , डॉ सुरेश गर्ग, लक्ष्मीनारायण शर्मा, मोहन अययर,मेहबूब खान, राजकुमार पटेल, टी पी अग्निहोत्री व्ही पी तिवारी आदि उपस्थित थे।
मुख्य मांगे
लिपिक संवर्गो की वेतन विसंगति दूर की जायें, रमेश चन्द्र शर्मा समिति की अनुसंशाये लागू की जाये, अर्जित अवकाश संग्रहण की सीमा 240 दिवस से बढाकर 300 दिवस की जायें, भृत्य एवं जमादार का पदनाम परिवर्तन किया जायें,मंत्रालयीन अनुभाग अधिकारी एवं निज सचिव का वेतन पुनरीक्षण किया जायें,पेंशनरों को सातवे वेतनमान का लाभ दिया जायें, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को स्थाई किया जायें,संविदा कर्मचारियों का नियमितिकरण किया जायें।