भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान भौंरी भोपाल में दीक्षांत परेड की सलामी ले रहे थे। 550 सब इंस्पेक्टर परेड में शामिल थे। तभी अचानक ग्वालियर में भारत बंद के दौरान हिंसा और मौत की खबर आई। सीएम शिवराज सिंह ने परेड में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी आॅन कर दी और उन्हे ग्वालियर भेज दिया गया। ऐसा देश में पहली बार हुआ है जब दीक्षांत परेड के बाद अधिकारियों को सीधे ड्यूटी पर भेजा गया। सामान्यत: दीक्षांत के बाद एक ब्रेक दिया जाता है। फिर विभाग उनकी ड्यूटी तय करता है।
सीएम ने आज ही ली थी सलामी
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल के भौंरी पुलिस अकादमी दीक्षांत परेड़ की सलामी ली। 785 सब इंस्पेक्टर और 47 DSP दीक्षांत में शामिल हुए। इनमें 233 महिला सब इंस्पेक्टर और 21 महिला DSP भी शामिल हैं।
सीएम ने प्रशिक्षुओं को सफलता का मूलमंत्र देते हुए कहा कि पांव में चक्कर, मुंह में शक्कर, सीने में आग और माथे पर बर्फ होना चाहिए। साथ ही सीएम ने नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी सामान्य नहीं है। सुबह 10 से 5 बजे तक की ड्यूटी नहीं, जब जरूरत पड़ने पर कई घंटे नोकरी करनी पड़ती है। पुलिस अफसरी के लिए नहीं, बल्कि जनता की सुरक्षा के लिए है।