
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 11 मई को संविदा कर्मियों की महापंचायत बुलाई है। इसीलिए तेजी से यह प्रयास किए जा रहे हैं कि किसी एक फार्मूले को तय करके मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत किया जाए। पूर्व में संविदा कर्मियों की हड़ताल के बाद तय हुआ था कि नए प्रारूप के बारे में वित्तमंत्री जयंत मलैया से चर्चा होगी। दो मई को तमाम संविदा कर्मचारी संगठन के लोग उनसे मिल सकते हैं।
41 विभागों ने भेजी जानकारी
अभी तक 41 विभागों ने बताया है कि उनके यहां कितने संविदा कर्मी हैं। इसमें जेल विभाग और धार्मिक एवं धर्मस्व एक-एक ही संविदा कर्मी हैं। खनिज विभाग और श्रम विभाग ने कहा कि उनके यहां कोई नहीं है।
संविदा कर्मियों को बहाल करें
संविदा कर्मियों के संगठन मप्र संविदा संयुक्त संघर्ष मंच ने शासन को स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें न केवल नियमित किया जाए, बल्कि सालों से किसी न किसी वजह अथवा अनियमितता के आरोप लगाकर हटाए जा रहे 20 हजार संविदा कर्मियों को भी बहाल किया जाए।