नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने ही दिए बयान में फंस गए हैं। उन पर अशिष्ट व्यक्ति होने का आरोप लगाया जा रहा है। दरअसल, भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर मुंबई में आयोजित रैली में अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों को कुत्ता, बिल्ली, सांप, नेवला कह दिया था। विपक्षी दलों का कहना है कि राजनीति में प्रतिद्वंदिता होती है परंतु इस तरह के शब्दों का उपयोग कभी नहीं किया गया। यह बेहद घटिया और निचले स्तर का बयान है। यह शर्मनाक है। हम उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं। यह उनके डीएनए में है।
क्या बोले थे अमित शाह
बता दें कि शाह ने भाजपा के स्थापना दिवस पर मुंबई में एक रैली में कहा था, '2019 (चुनाव) के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विपक्षी एकजुटता की कोशिश हो रही है। जब भारी बाढ़ आती है तो सब कुछ बह जाता है। केवल एक वटवृक्ष बचता है और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर साथ आ जाते हैं। उन्होंने कहा था, 'मोदी बाढ़ के कारण सभी बिल्ली, कुत्ते, सांप और नेवला मुकाबला करने साथ आ रहे हैं।
वहीं नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया, 'क्या भाजपा अध्यक्ष ने माननीय प्रधानमंत्री की तुलना प्राकृतिक आपदा से की? कांग्रेस के संचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि शाह अपने राजनीतिक विरोधियों को कुत्ते और बिल्ली समझते हैं और यह उनके अहंकार के कारण है जो उनके दिमाग तक पहुंच गया है। वहीं भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष से कोई भी इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं करता है। उन्होंने कहा, 'वह राज्यसभा के भी सदस्य हैं और उन्हें पता होना चाहिए कि हम सभी लोकतांत्रिक पार्टियां हैं। इस देश के लोग उन्हें कड़ा जवाब देंगे।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि उन्होंने (शाह) 'खराब भाषा' का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा,'बेशक हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, क्या हम किसी सत्तारूढ़ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से ऐसी भाषा की उम्मीद कर सकते हैं? मूल शिष्टाचार पूछने के लिए बहुत कुछ है।