नई दिल्ली। देश के 11 राज्यों में नगदी की कमी चल रही है। एटीएम खाली हैं, बैंकों के पास पैसा नहीं है। अत: अब खाताधारकों पर दवाब बनाने की रणनीति तैयार की जा रही है। कुछ ऐसा कि लोग कम से कम कैश निकालें और उनका ज्यादातर व्यवहार कैशलेस हो जाए। इसी के चलते एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। निर्धारित 5 फ्री के बाद यदि आप एटीएम से पैसा निकालेंगे तो उस पर 20 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क लगाया जाएगा।
चार्ज बढाने का यह कारण बताया जा रहा है
रिजर्व बैंक ने एटीएम पर होने वाले ट्रांजेक्शन के लिए काफी कड़े नियम बना दिए हैं, जिसके बाद एटीएम ऑपरेटर्स ट्रांजेक्शन चार्ज बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। एटीएम इंडस्ट्री ने ट्रांजेक्शन पर 3-5 रुपये बढ़ाने की मांग की है, ताकि वो अपने खर्चों को पूरा कर सके। सीएटीएमआई के निदेशक के श्रीनिवासन ने कहा एटीएम ऑपरेटर्स के खर्चे पहले ही काफी बढ़ चुके हैं।
जुलाई तक लागू करने होंगे नए नियम
आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वो नए नियमों को जुलाई तक लागू कर दें। कैश वैन के लिए बनाए गए इन नियमों के अनुसार कैश मैनेजमेंट कंपनियों के पास में कम से कम 300 कैश वैन, प्रत्येक कैश वैन में एक ड्राइवर, दो कस्टोडियन और दो बंदूकधारी गार्ड होने चाहिए ताकि कैश की सुरक्षा हो सके।
इसके साथ ही प्रत्येक गाड़ी में जीपीएस, लाइव मॉनेटरिंग के साथ भू मैपिंग और नजदीकी पुलिस स्टेशन का पता होना चाहिए ताकि इमरजेंसी के वक्त मदद ली जा सके। इसके साथ ही आरबीआई ने कहा है कि एटीएम का ऑपरेशन केवल वो ही व्यक्ति कर सकेगा, जिसने ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट हासिल किया हो।
19 कंपनियों के हाथ में है कैश मैनेजमेंट
अभी देश में 19 कंपनियां एटीएम में कैश मैनेजमेंट का काम देख रही हैं। इन कंपनियों के अलावा सभी बैंकों का खर्चा भी काफी बढ़ जाएगा। इसके अलावा आरबीआई ने सभी बैंकों को मशीन के अंदर नोट भरने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली कैसेट को भी सीलबंद करने और खाली हो जाने के बाद भरी हुई कैसेट से बदलने का निर्देश जारी कर दिया है।