भिंड। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह और पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ग्वालियर-चंबल जोन के जिलों में दंगे के बाद के हालातों की समीक्षा करने भिंड पहुंचे और समस्त अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। वहीं हिंसा के मामले में बीजेपी विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि लाइसेंस आत्मरक्षा के लिए ही होते हैं।
मेहगांव से बीजेपी विधायक मुकेश चौधरी ने सबको यह कहकर हैरान कर दिया कि हिंसा के समय लोग आत्मरक्षा के लिए गोली चला रहे थे, और वे सही थे। जब पत्रकारों ने उनके इस बयान पर सवाल पूछा तो विधायक ये कहकर बचते नजर आए कि कोई असामाजिक तत्व, डकैत, गुंडा या उत्पाती हमारे घर पर हमला करेगा तो हम आत्मरक्षा के लिए उसे जवाब तो देंगे। विधायक ने प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब प्रशासन ने आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस दिया है और उस पर लिखा भी है आत्मरक्षार्थ तो फिर पुलिस ने कई लोगों पर 302 के तहत मामला क्यों दर्ज किया।
वहीं डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ल ने पुलिस की नाकामी के सवाल पर कहा कि जो हो गया (हिंसा) उसका हम विश्लेषण करेंगे। विधायक ने जो बात उठाई है उस पर चर्चा की गई है। फिलहाल हम भिंड में आगामी दिनों में शांति बहाली चाहते हैं। जिसमें डीजीपी ने मीडिया से भी सहयोग की अपेक्षा है।