
मृतकों की पहचान हुई
मामला विदिशा के त्योंदा थाने के विदिशा-सागर हाईवे का है। जिस कार का गेट लॉक हुआ वह भोपाल के नारियल खेड़ा निवासी रामदयाल प्रजापति के नाम रजिस्टर्ड है। दूसरी कार भोपाल के जहांगीराबाद निवासी सुल्तान यासीन के नाम रजिस्टर्ड है। एएसपी विनाेदकुमार सिंह ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों की शिनाख्त प्रवीण प्रजापति, मायाबाई प्रजापति निवासी बैरसिया, लक्ष्मीबाई चक्रवर्ती निवासी विदिशा और मुन्नीबाई घोड़ा नक्कास भोपाल के रूप में हुई है। घायलों में जेनिफर खरे, प्रभांश खरे और दो अन्य शामिल हैं।
फायर ब्रिगेड पहुंचने से पहले गांववालों ने बुझाई आग
हादसा रात 8 बजे हुआ, लेकिन गंजबासौदा से फायर ब्रिगेड एक घंटे बाद रात 9 बजे के बाद पहुंची। तब तक पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। इस काम में करीब आधा घंटे का वक्त लगा। पुलिस के मुताबिक, एक कार का पेट्रोल टैंक फूटने से आग और भड़क गई थी, जिससे लोग आग बुझाने की कोशिश करने से डर रहे थे।
गैस किट से आग लगने का अनुमान
पुलिस का कहना है कि आमतौर पर वाहनों की टक्कर में इतनी भीषण आग नहीं लगती। हो सकता है कि इनमें से किसी एक कार में गैस किट लगा हो, जिससे आग ज्यादा भड़क गई। हालांकि, पुलिस का कहना है कि हादसे की असली वजह जांच के बाद ही सामने आ सकती है।
जेल संतरी का दामाद प्रवीण चला रहा था कार
भोपाल सेंट्रल जेल में संतरी रामदयाल प्रजापति की बेटी पूजा की शादी दो साल पहले प्रवीण प्रजापति से हुई थी। उन्होंने शादी में ऑल्टो कार गिफ्ट की थी। रामदयाल ने बताया कि हादसे के समय कार में प्रवीण, मां माया एवं मौसी और एक बच्चा था। कार प्रवीण चला रहा था।