भोपाल। यह एक लुटेरी दुल्हन का केस है जो दर्ज नहीं हुआ क्योंकि पीड़ित परिवार अब कभी भोपाल आना ही नहीं चाहता। ऐजेंट ने 1 लाख रुपए लेकर शादी कराई थी। शादी एक होटल के कमरे में वकील की मौजूदगी में हुई। दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर घर जा रहा था कि तभी निशातपुरा रेलवे फाटक के पास शनिवार शाम करीब 5 बजे दूल्हे की कार के सामने एक युवक अपनी स्कूटी अड़ा दी। चिल्लाने लगा- मेरी बहन को ले जा रहे हैं, इन्हें पकड़ो। पलक झपकते ही भीड़ जमा हो गई। दुल्हन कार से उतरी, स्कूटी पर बैठी और फरार हो गई।
शर्मिंदा दूल्हा भी धीरे से खिसक लिया
लोगों की बढ़ती भीड़ देेखकर कार में बैठा दूल्हा अपने 80 साल के दादा को लेकर चुपके से खिसक लिया। भीड़ ने कार को घेर लिया और ड्राइवर को काबू कर लिया। पुलिस को बुलाया और सुपुर्द कर दिया। भीड़ समझ रही थी कि यह अपहरण का मामला है लेकिन जब थाने में पूछताछ हुई ता कहानी कुछ और ही सामने आई।
क्या कहती है पुलिस
टीआई निशातपुरा चैन सिंह रघुवंशी के अनुसार जयपुर राजस्थान निवासी 80 वर्षीय लादूराम का कहना है कि वे यहां अपने 40 वर्षीय पोते मान सिंह की शादी के लिए अाए थे। उन्होंने लोकल एजेंट बजरंग को शादी कराने के लिए एक लाख रुपए दिए थे। शुक्रवार रात वे जयपुर से कार से भोपाल पहुंचे। आरिफ नगर के एक होटल में ठहरे थे।
सुबह बजरंग एक युवती और वकील के साथ पहुंचा। वहां पर शादी की पूरी लिखा-पढ़ी की गई। वहां से हम निशातपुरा की तरफ आ रहे थे कि तभी एक स्कूटी आकर रुकी और युवक चिल्लाने लगा। दुल्हन उसके साथ भाग गई, जबकि लोगों को जमा होते देख हमने वहां से निकलना ही उचित समझा।