
घटना दोपहर ढाई से साढ़े तीन बजे के बीच की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर में नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस और स्मार्ट पार्किंग का संचालन कर रही कंपनी माइंडटैक के अमले ने पहले सड़क पर खड़े वाहनों को जब्त करना शुरू किया। कुछ देर बाद यहां रखी गुमठियां जब्त की गईं। इसके बाद क्रेन आगे बढ़ी और दुकानों व ऑफिसों के बाहर सार्वजनिक पार्किंग में खड़ी गाड़ियों भी जब्त करना शुरू कर दी। इस कार्रवाई में भाजपा मंडल महामंत्री मुकुल लोखंडे की भी बाइक जब्त हो गई। लोखंडे ने इसकी जानकारी विधायक को दी। विधायक के सामने ही एक युवक का मोबाइल फोन कर्मचारी ने फेंक दिया। माइंडटैक कंपनी की प्रभारी मैरी अंटोनी और कर्मचारी किसी की सुनने को राजी नहीं थे। विवाद इतना बढ़ा कि जब्ती अभियान में लगे कर्मचारी विधायक से बहस करने लगे। इस विधायक ने समीर में तमाचे जड़ दिए।
अफसरों ने मौन साधा:
इस विवाद के बाद निगम ने कार्रवाई रोक दी और अफसरों ने मौन साध लिया। पार्किंग प्रभारी पीके जैन ने मोबाइल कॉल रिसीव नहीं किए और निगमायुक्त प्रियंका दास का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
बदतमीजी की छूट नहीं
नो पार्किंग के वाहन जब्ती की कार्रवाई के नाम पर मनमानी और बदतमीजी चल रही थी। इसकी छूट नहीं दी जा सकती। सुरेंद्रनाथ सिंह, विधायक
नियम का पालन होना चाहिए, लेकिन उसके नाम पर गड़बड़ी करने और विवाद करने वालों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। आलोक शर्मा, महापौर