भोपाल। पूरा मप्र इन दिनों जातिवाद की राजनीति में व्यस्त है। सरकारी कुर्सी से जातिवाद की राजनीति करने वाले कर्मचारी/अधिकारियों की लिस्ट तैयार हो रहीं हैं। पार्टियों के भीतर जातिवादी गुट तैयार हो गए हैं। 2 अप्रैल के हिंसक आंदोलन ने मप्र की राजनीति में व्यापक बदलाव कर दिए हैं परंतु हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा इन सबसे बेखबर 'किसान सम्मान यात्रा' में जुटे हुए हैं। वो किसानों के बीच जा रहे हैं, उनका सम्मान कर रहे हैं। दरअसल, किसानों के परिश्रम से मप्र की शिवराज सिंह सरकार को 5 बार कृषि कर्मण अवार्ड मिला। अब सरकार किसानों को शुक्रिया अदा करने निकली है। पूरे प्रदेश में किसान यात्रा औपचारिक बनकर रह गई परंतु रामेश्वर शर्मा बैलगाडी से ट्रेक्टर पर आ गए हैं।
ज्ञात हो कि विधायक शर्मा इस दौरान दिन भर गांव गांव जाकर तो किसान बंधुओ की चरण वंदना करते है उनका सम्मान करते है एवं पूर्व निर्धारित दिन के आखरी गांव में रात रुकते है। विधायक शर्मा 5 अप्रैल को रतनपुर, 6 अप्रैल को जमुनिया एवं 7 अप्रैल को कान्हासैया गांव में किसान बंधुओ के बीच रुके।
पहले बैलगाड़ी फिर ट्रैक्टर और अब तीर कमान चलाया
किसान सम्मान यात्रा के दौरान विधायक रामेश्वर शर्मा गांव के रंग में रंगे दिखे सहज सरल विधायक शर्मा ने 5 अप्रैल को किसान सम्मान यात्रा का शुभारम्भ कालापानी में बैलगाड़ी की सवारी के साथ किया कोलार रोड से जुड़े कालापानी, गोल, अमरावत, सुरैया नगर होते हुए रतनपुर पहुँचे। 05 अप्रैल की रात विधायक शर्मा रतनपुर रुके, 06 अप्रैल को विधायक शर्मा ने यात्रा की शुरुआत इसी गांव से की वह इस दिन समरधा , दीपडी , बंगरसिया, बबड़िया, झागरिया, अमझरा, बांसिया, जमुनिया कलां के किसान बंधुओ के बीच पहुंचे । 06 अप्रैल विधायक शर्मा जमुनिया कलां के किसान बंधुओ के बीच रुके।
7 अप्रैल को उन्होंने किसान यात्रा प्रारंभ की वह डंगरोली, टांडा, सांकल, बिलखिरिया, पडरिया काछी, कोलुआ खुर्द, आदमपुर छावनी, कोलुआ खुर्द, आदमपुर छावनी, छावनी, डोबरा, सगौनी, नवीन बस्ती, कान्हासैया के किसान बंधुओ के बीच पहुंचे, 7 अप्रैल को विधायक शर्मा ने किसान बंधुओ के साथ ट्रैक्टर की सवारी की वह ट्रैक्टर चलाते हुए किसान बंधुओ के बीच पहुँचे।