INDORE NEWS | कारों के बाजार में काला कारोबार करने के आरोपी संजय डिसूजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि उसने साजिश रचकर करीब 100 करोड़ की कारों का काला कारोबार किया। पुलिस का कहना है कि उसने खरगोन, महेश्वर, इंदौर, धार, बड़वानी, नासिक, मुंबई में जालसाजी की है। वो लोगों को कारों के लिए फाइनेंस दिलवाता, फिर फर्जी कागज के नाम पर कार जब्त करा देता। कोर्ट में असली कागज पेश करके कार वापस हासिल कर लेता। इस तरह कार भी उसके पास और ग्राहक द्वारा चुकाए गए कार के पैसे भी उसके। इस हेराफेरी में मैकेनिक, फायनेंसर, दलाल और पुलिसवालों का पूरा सिंडीकेट काम कर रहा था।
कुख्यात वाहन चोर व जालसाज संजय डिसूजा को एमआईडीसी (मुंबई) पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी क्राइम ब्रांच भी एक साल से तलाश कर रही थी। गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। जांच में शामिल एक वरिष्ठ अफसर के मुताबिक डिसूजा फायनेंस कंपनी के अफसरों से सांठगांठ कर कार फायनेंस करवाता है। कुछ दिन बाद दलालों की मदद से कार का आधे काम में सौदा कर देता है। फिर पुलिसवालों से सांठगांठ कर जाली कागजात रखने के आरोप में कार जब्त करवा देता है।
थोड़े दिन बाद डिसूजा असली कागजात कोर्ट में पेश कर कार छुड़ा लेता है। इस तरह खरीदार से लिए लाखों रुपए और कार दोनों उसके कब्जे में आ जाती है। वह आठ वर्षों से खरगोन, महेश्वर, इंदौर, धार, बड़वानी, नासिक, मुंबई में कारों की हेराफेरी कर रहा था। मार्च 2017 में डिसूजा द्वारा बेची करीब 40 कारें क्राइम ब्रांच जब्त कर चुकी है। हालांकि डिसूजा इनमें से कई कारों की कोर्ट से सुपुर्दगी ले चुका है।