नई दिल्ली। गमियां शुरू हो गईं हैं। ऐसी एक अनिवार्य उपकरण बनता जा रहा है। कार में ऐसी तो अब आम हो गया है परंतु यह खबर ऐसे ही लोगों के लिए है जिन्हे कार में ऐसी की लत लग जाती है। वो भूल जाते हैं कि कार में चल रहा ऐसी उनकी मौत का कारण भी बन सकता है। पिछले सालों में कई मौतें दर्ज हो चुकीं हैं। 2018 की पहली मौत की खबर गुड़गांव से आ रही है। शहर के गढ़ी गांव में एक प्रॉपर्टी डीलर की कार में जलकर मौत हो गई। कार में आग इसलिए लगी क्योंकि उसमें ऐसी चल रहा था। तकनीकी विशेषज्ञ कई बार बता चुके हैं कि खड़ी कार में ऐसी कतई ना चलाएं। यह जानलेवा होता है।
गांधी नगर कॉलोनी के रहने वाले सूबे सिंह (56) पेशे से प्रॉपर्टी डीलर थे। हयातपुर गांव से गढ़ी स्टेशन रोड की तरफ वह नई कॉलोनी काटकर प्लॉटिंग कर रहे थे। यहीं पर शुक्रवार को वह अपने दो दोस्तों के साथ कार से आए थे। यहां दो दोस्त तो कार से उतरकर ऑफिस चले गए, जबकि सूबे सिंह एक पेड़ के नीचे गाड़ी खड़ी कर मोबाइल पर बात करने लगे। कार में ऐसी चल रहा था। इसी दौरान कार में आग लग गई। थोड़ी आगे ही उनका ऑफिस था। वहां बैठे दोनों दोस्तों ने कार में धुंआ उठता देखा, तो उन्होंने पानी से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक जलने से सूबे सिंह की मौत हो गई थी।
आग बुझने के बाद सूबे सिंह का शव कार की पिछली सीट पर मिला। जांच में सामने आया है कि कार में लगी आग से बचने के लिए वह पीछे वाली सीट पर गए होंगे। सेक्टर-10 थाना एसएचओ इंस्पेक्टर यशवंत ने बताया कि कार में सीएनजी लगी थी। काफी देर से कार स्टार्ट थी, जिससे अचानक आग लग गई। वहीं सेंट्रल लॉकिंग की वजह से मृतक लॉक नहीं खोल सका।