
ऐंबुलेंस सहित इमरजेंसी सेवाओं को रोका तब भी जेल
पत्रकार पवन वर्मा की रिपोर्ट के अनुसार कई बार इमरजेंसी सर्विसेज में आने वाले एम्बुलेंस, फायर बिग्रेड और पुलिस के वाहनों को अकारण ही रोक देते हैं, इनको जानबूझकर रास्ता नहीं देते हैं, तो कई बार वीआईपी ड्यूटी के नाम पर इन्हें रास्ता नहीं दिया जाता है। इसके चलते कई बार हादसे हो जाते हैं। अब इनकी राह में कोई बाधा न बने इसके लिए पुलिस सख्त हो रही है। प्रस्ताव में तय किया है कि पहली बार किसी ने ऐसा किया तो उसे चेतावनी दी जाएगी, दूसरी बार में थाना प्रभारी बॉड भरवाएंगे, यदि इसके बाद भी व्यक्ति नहीं माना और तीसरी बार भी ऐसा किया तो उसे तीन साल की सजा हो सकती है।
इस मामले में पुलिस बॉड का उल्लघंन मानते हुए पुलिस कार्रवाई करेगी। इसी तरह पुलिस ने यह भी पाया कि डायल 100 में हर दिन सैकड़ो सूचनाएं फर्जी आ रही है। कुछ लोग जानबूझकर पुलिस को परेशान करने के लिए डायल 100 या स्थानीय पुलिस को गलत या फर्जी सूचनाएं देते हैं। ऐसा करने वालों के खिलाफ भी पुलिस बॉड भरवाने और उसके बाद तीन साल की सजा दिए जाने का प्रस्ताव तैयार कर चुकी है। प्रस्ताव गृह विभाग के पास पहुंच गया है।