नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम आ गए हैं। 9वीं रैंक पर जो लड़की है उसकी कहानी सुनकर कोई भी चौंक जाएगा। एक ऐसी लड़की जो अक्सर बीमार रहती है। 11वीं के बाद से वो कुछ इस तरह से बीमार हुई कि सामान्यत: लोग पढ़ाई ही छोड़ देते हैं। बीमारी के कारण वो कोचिंग नहीं जा सकती थी। आॅनलाइन ट्यूटोरियल्स उसके लिए किसी काम के नहीं थे। फिर भी उसने पढ़ाई की और कुछ इस तरह की कि भारत में 9वीं रैंक पर है। अब वो भारत की प्रतिभाशाली भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी बनेगी।
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 9वीं रैंकिंग हासिल करने वाली दिल्ली की 23 साल की सौम्या शर्मा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। लॉ स्टूडेंट रहीं सौम्या ने बिना किसी कोचिंग क्लास की मदद के पहले प्रयास में यह कामयाबी हासिल की है। आप जानकर चौंक जाएंगे कि सौम्या अक्सर बीमार रहती है। इतना ही नहीं परीक्षा के वक्त वह 103 डिग्री बुखार से तप रही थीं। दिल्ली के नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से साल 2017 में ग्रैजुएशन कर चुकीं सौम्या को हियरिंग डिसेबिलिटी है। बुखार शरीर को तपा रहा था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। सौम्या के मुताबिक उन्होंने बिना कोचिंग क्लास के ही कामयाबी हासिल की है।
कोचिंग कैसे लेती, सुन ही नहीं पाती
सौम्या ने पश्चिम विहार के एक स्कूल से पढ़ाई की है और 10वीं की टॉपर रही हैं। सौम्या का कहना है कि उन्हें सुनने में काफी दिक्कत होती है। उन्हें यह समस्या 11वीं में जाने के बाद शुरू हुई। यही कारण रहा कि उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली। यह दुख उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं था, लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी इस समस्या को कमजोरी नहीं बनाया। सौम्या के माता-पिता पेशे से डॉक्टर हैं। सौम्या का कहना है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी में पैरेंट्स का काफी सपॉर्ट रहा। उनके सपॉर्ट के बिना परीक्षा पास करना मुश्किल था।
आत्मबल से मिलती है सफलता
सौम्या का कहना है कि सिविल सेवा की तैयारी करने वालों के कभी भी आत्मबल नहीं खोना चाहिए। सौम्या के मुताबिक, तैयारियों के लिए वह पहले 6-7 घंटे की नींद लेती थीं और पूरा दिन पढ़ाई में लगाती थीं।