भोपाल। विभागीय जांच के दौरान टीकमगढ़ पुलिस पेट्रोल पंप घोटाला प्रमाणित हो गया है। पुलिस मुख्यालय ने टीकमगढ़ के तत्कालीन एवं वर्तमान में सतना के होमगार्ड डिस्टिक कमाण्डेन्ट विनय कैथवास के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। आरोप है कि प्राइवेट पेट्रोल पंप से सांठगांठ करके कैथवास ने पुलिस पेट्रोल पंप में घोटाला किया ताकि कारोबारी को फायदा हो सके।
जबलपुर होमगार्ड के डीजी ने टीकमगढ़ के एसपी को एक पत्र लिखा है कि यहां पूर्व में डिस्टिक कमांडेन्ट रहे विनय कैथवास पर मामला दर्ज किया जाए। कैथवास पर आरोप है कि उन्होंने होमगार्ड पेट्रोल पम्प पर लाखों का घोटाला किया है। पत्र में लिखा गया है कि तत्कालीन डिस्टिक कमांडेन्ट विनय कैथवास के विरुद्ध प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज करने लिए कहा गया है। वर्तमान में विनय कैथवास डिस्टिक कमांडेन्ट के रुप में सतना जिले में पदस्थ हैं।
क्या है मामला
दरअसल, यह मामला 2016 का है जब होमगार्ड विभाग की आय बढ़ाने के लिए विभाग ने टीकमगढ़ में पेट्रोल पम्प चालू किया था। लेकिन, 10 माह तक पम्प को चालू ही नहीं किया गया। बाद में खुलासा कि इस पेट्रोल पंप को आस-पास के निजी पेट्रोल पंपों की सांठ-गांठ से हमेशा बंद रखा गया और यहां आने वाले उपभोक्ताओं को कह दिया जाता था कि पेट्रोल उपलब्ध नहीं है। इस तरह इस पेट्रोल पंप पर लाखों का ईंधन ठिकाने लगा दिया गया।
टीकमगढ़ के एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि तत्कालीन डिस्टिक कमांडेन्ट पर जल्द ही मामला दर्ज होगा। जबलपुर डीजी होमगार्ड से एक पत्र प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि पेट्रोल पम्प मामले को देहात थाने के सुपुर्द कर दिया गया है।