
एसडीओपी हेमंत चौहान ने बताया संतोष को कैटरिंग का काम करने वाली युवती ने फोन कर कृषि उपज मंडी परिसर बुलाया। संतोष मंगलवार रात 10 बजे डीजल लेने का बहाना बनाकर युवती से मिलने मंडी पहुंचा था। यहां सुविधाघर जाने का बोल युवती संतोष से मिलने पहुंची। युवती के नाबालिग चार चचेरे भाइयों ने युवक व युवती का पीछा किया।
दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख चारों ने गुस्से में युवक को लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान युवती भाग गई। दो भाइयों ने संतोष के हाथ पकड़े व दो ने पत्थर सिर पर मारा। युवक की तत्काल मौत हो गई। हत्या के बाद शव काे छिपाने की नियत से प्याज व लहसुन के बोरे से बांधकर निजी खेत के 30 फीट गहरे कुएं में फेंक दिया।
तीन दिन खामखेड़ा चौकी में चली पूछताछ
संतोष के परिजनों की मांग पर बुधवार को युवती व उसके चचेरे भाईयों को थाने बुलाया गया। यहां सभी ने घटनाक्रम से इनकार किया। युवती ने कहा संतोष मिलने जरूर आया था। इसी दौरान भाइयों के आने पर वह भाग गई। इसके बाद क्या हुआ मालूम नहीं है। पूछताछ के बाद चारों भाइयों ने वारदात करना कबूला। किसी को घटना को लेकर शंका ना हो इसलिए आरोपियों ने संतोष की हत्या के बाद रातभर सामूहिक विवाह सम्मेलन में काम किया। दूसरे दिन भी अच्छे से काम संभाला।
20 दिन पहले हुई थी मुलाकात
एसडीओपी ने बताया 20 दिन पहले कसरावद के इंदौर रोड स्थित मैरिज गार्डन पर मजदूरी करने गई युवती से संतोष की पहचान हुई थी। इस दौरान युवती ने संतोष को मोबाइल नंबर दिया था। इसके बाद से दोनों की मोबाइल पर बातचीत शुरू हुई थी।