ग्वालियर। एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में सोमवार को रखे गए भारत बंद के दौरान ग्वालियर-चंबल अंचल में आंदोलनकारियों ने जमकर उपद्रव किया। फायरिंग, पथराव आैर फिर पुलिस के लाठीचार्ज में 7 लाेग मारे गए। जबकि 175 से ज्यादा घायल हुए। मुरार इलाके के कुम्हरपुरा में सोमवार सुबह हिंसा की शुरूआत हुई। भीम नगर निवासी राकेश (40) को कुछ युवकों ने सीने पर गोली मार दी। राकेश की लाश सड़क पर पड़ी थी उसके परिजन विलाप कर रहे थे। इसके बावजूद उपद्रवी आमने-सामने से पथराव कर रहे थे।
मेटरनिटी होम में महिलाओं से छेड़छाड़
मुरार में 150 उपद्रवी मुरार मेटरनिटी होम में पहुंचे और ऑपरेशन थिएटर में तोड़फोड़ कर दी। उस समय यहां दो महिलाअों के ऑपरेशन डॉ. गीता को करने थे। विरोध करने पर युवकों ने डॉक्टरों से भी अभद्रता की। वार्ड में कब्जा कर लिया। उपद्रवियों ने मुरार थाने के बाहर एक बाइक, मुरार गर्ल्स कॉलेज के पास एक कार और 3 बाइकों को आग लगा दी।
दादाजी की तेरहवीं के लिए सामान खरीदने आया था, किसी ने गोली चला दी:
सोनी गांव निवासी जबर सिंह पुत्र श्रीराम के दादाजी का निधन हो गया है। उनकी तेरहवीं के लिए जबर सिंह मेहगांव सामान खरीदने आया था। इसी बीच उपद्रवियों ने हंगामा कर दिया। जबर सिंह कुछ समझ पाता तब तक किसी ने गोली चला दी जो जबर सिंह को लगी और वह गिर पड़ा। जबर सिंह को घायल देख साथ आए लोग उसे इलाज के लिए जेएएच लेकर आए।