नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा में जैसलमेर राजस्थान के चायवाले का बेटा 82वीं रैंक लाकर टॉप 100 में आया है तो क्या उत्तरप्रदेश लखनऊ के पान वाले का बेटा भी इसी लिस्ट में है। ईश्वर कुमार कांदू 187 वीं रैंक पर दर्ज हैं। वो भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में कलेक्टर/डीएम बनेंगे। माना जाता है कि आइएएस का बेटा आइएएस या डॉक्टर का बेटा डॉक्टर और पान वाले का बेटा पान वाला ही बनता है। इस अवधारणा को झुठलाया है लखनऊ के गणेशगंज में पान की दुकान चलाने वाले शिव प्रसाद गुप्ता के बेटे ईश्वर कुमार कांदू ने।
ईश्वर कुमार कांदू की मेहनत को ईश्वर भी देख रहा था। उनसे सिविल सेवा परीक्षा पास करने आइएएस अफसर बनने के अपने तथा पिता के सपने को साकार कर दिखाया। ईश्वर को यूपीएससी परीक्षा में 187 रैंक मिली है। ईश्वर को सिविल सेवा परीक्षा पास करने की जानकारी जबसे मिली, परिवार संग पड़ोसी भी फूले नहीं समा रहे हैं।
गणेशगंज निवासी ईश्वर कुमार कांदू ने कक्षा पांच में आजमगढ़ जिले के महाराजगंज में दसवीं तक शिक्षा ग्रहण की। जब पांचवीं में थे तो एसडीएम ने सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने आजमगढ़ से ही हाईस्कूल मेरिट में 18वीं रैंक हासिल की। फिर वह आगे की पढ़ाई करने लखनऊ आ गया। राजधानी के महानगर ब्वायज कॉलेज (मोंटफोर्ट कॉलेज) से 73 फीसद अंकों के साथ इंटर पास किया। इसके बाद ईश्वर ने प्रदेश के गाजियाबाद कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से वर्ष 2013 में इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक किया। घर के हालत बेहतर न होने की वजह से ईश्वर ने कई निजी कंपनियों में काम किया। नौकरी के साथ-साथ उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की ओर तीन बार असफलता का स्वाद चखने के बाद आखिरकार चौथे प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण कर लक्ष्य को हासिल कर लिया और आइएएस बन गए।