इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें सीजन के पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की जीत का हीरो भले ही ड्वेन ब्रावो और केदार जाधव को माना जा रहा हो, लेकिन इस जीत का असली श्रेय यदि किसी को दिया जाना चाहिए वो उस रणनीति को जो ड्रेसिंग रूम में बनीं। निश्चित रूप से इसे महेन्द्र सिंह धोनी ने बनाया था। धोनी ऐसी चालों के लिए फेमस भी हैं। जो बिना बल्ला उठाए भी मैच जिताने का माद्दा रखते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ। पिच पर सबको केदार जाधव खेलते नजर आ रहे थे लेकिन असल में उनके बैट से विनिंग शॉट धोनी से लगाया था।
इंजरी के बावजूद जब केदार जाधव बल्लेबाजी के लिए उतरे, तो धौनी ड्रेसिंग रूम में खड़े काफी चिंतित नजर आ रहे थे। आखिरी ओवर था, सीएसका का आखिरी विकेट था और जीत के लिए 07 रनों की जरूरत थी। मुंबई इंडियंस की ओर से मुस्तफिजुर रही गेंदबाजी कर रहे थे। पहली तीन गेंद पर जब कोई रन नहीं बना, तो धौनी की चेहरे पर टेंशन साफ झलकने लगी।
उन्होंने ड्रेसिंग रूम से कुछ इशारा किया। उस इशारे ने अचानक से पूरे मैच का नक्शा ही पलट डाला। 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर ड्वेन ब्रावो के आउट होने के बाद दबाव वापस सीएसके पर आ चुका था, लेकिन धौनी के एक इशारा ने सबकुछ बदल कर रख दिया।
दरअसल जब पहली तीन गेंद पर कोई रन नहीं बना, तो धौनी की बेचैनी काफी बढ़ गई थी। उन्होंने ड्रेसिंग रूम से ही इशारा किया कि जाधव किस तरह शॉट खेलें। फिर क्या था अगली ही गेंद पर जाधव जमीन पर लोट गए, लेकिन लोटने से पहले गेंद को छक्के के लिए बाउंड्री लाइन के पार पहुंचा दिया।
इस तरह से धौनी के एक इशारा ने सीएसके को मुश्किल से उबार दिया। तीन गेंद पर सात रनों से स्कोर हो गया दो गेंद पर जीत के लिए एक रन। अगली ही गेंद पर जाधव ने चौका जड़ा और सीएसके ने मैच अपने नाम कर लिया।
कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी ने मैच के बाद महज स्माइल देकर खुशी जाहिर की। जहां एक ओर पूरी टीम खुशी से झूम उठी वहीं धोनी के चेहरे पर जीत का संतोष नजर आया। यही सब बातें धोनी को दुनिया के बाकी कप्तानों से बिल्कुल जुदा कर देती हैं। धौनी ने मैच के बाद ड्वेन ब्रावो को जीत का हीरो करार दिया।