कटनी। भीषण गर्मी इंसानों के साथ साथ जंगली जानवर भी बेहाल हैं और पानी की तलाश में भटकते हुए अक्सर आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच रहे है। एक नर तेंदुआ पानी की तलाश में भटकते हुए मुख्य मार्ग पर आ गया जहां उसकी मौत हो गई। जिसे आज सुबह राहगीरों ने सड़क किनारे मृत पड़ा हुआ देख वन अमले को सूचना दी। वनविभाग मामले की लीपापोती में लग गया है। बता दें कि वनविभाग को वन्यप्राणियों को पर्याप्त भोजन एवं पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों का बजट दिया जाता है। यदि वन्यप्राणी प्यास से मर रहे हैं तो यह वनविभाग में 'वन्यप्राणी भोजन घोटाला' है।
कटनी जिले वन परिक्षेत्र में वन परिक्षेत्र अधिकारी ढीमरखेड़ा इंद्रमणि प्रसाद ने बताया कि वन विकास निगम कक्ष क्रमांक 269 कुंडम प्रोजेक्ट जबलपुर के खमतरा रेंज में मुख्य सड़क के किनारे करीब दो वर्षीय नर तेदुएं का शव मिला। विभागीय अधिकारियों ने पीएम रिपोर्ट आने से पहले ही दावा कर दिया कि तेंदुआ किसी हादसे का शिकार हो गया है। बता दें कि वन्यप्राणियों को भोजन एवं पेयजल उपलब्ध कराना वनविभाग की जिम्मेदारी है और इस पर करोड़ों का बजट खर्च किया जाता है।
कई दिनों से भटक रहा था तेंदुआ
ज्ञात हो कि बरही वन परिक्षेत्र में तेंदुए की दस्तक आये दिन सुनने को मिलती थी जिसे कभी किसी न किसी ग्रामीणों द्वारा देखा जाता था। जबकि अभी विगत दिनों एक महिला को भी तेंदुए ने मौत के घाट उतारा था लेकिन वन विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीणों की सूचना देने पर भी इन जंगली जानवरों सर्चिंग नही की गई।