भोपाल। भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नंदकुमार सिंह चौहान को हटाकर नई नियुक्ति की खबरें लम्बे समय से चली आ रहीं हैं। कई नए नाम सुर्खियों में आते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। कैलाश विजयवर्गीय से लेकर नरेंद्र सिंह तोमर तक करीब एक दर्जन नाम सुर्खियों में बने रहे। भाजपा के भीतर मौजूद रणनीतिकार दावा कर रहे हैं कि नंदकुमार सिंह चौहान को चुनाव से पहले रिप्लेस किया जाएगा परंतु ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। अब एक नई खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि नंदकुमार सिंह को पद पर बनाए रखा जाएगा परंतु उनकी पॉवर कट कर दी जाएगी।
कितने नाम आए सुर्खियों में
नंदकुमार सिंह के विकल्प की तलाश में करीब एक दर्जन दिग्गजों के नाम सुर्खियों में आए। कैलाश विजयवर्गीय के साथ यह सिलसिला शुरू हुआ। गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, नरोत्तम मिश्रा, जयभान सिंह पवैया एवं सांसद राकेश सिंह सहित कई नामों पर विचार हुए परंतु फाइनल कुछ नहीं हुआ। हर बार भाजपा के अंदर से खबर आई कि अबकी बार फैसला होकर रहेगा परंतु लास्ट मिनट पर फैसला टलता रहा।
काम कर रहा है शिवराज सिंह का वीटो
दरअसल, इसके पीछे सीएम शिवराज सिंह का वीटो काम कर रहा है। जैसे ही नंदकुमार सिंह चौहान के रिप्लेसमेंट की बात शुरू होती है सीएम हाउस एक्टिव हो जाता है। कभी दावेदार से बयान जारी करवा दिया जाता है तो कभी दिल्ली को मना लिया जाता है। नंदकुमार सिंह को बचाने के लिए शिवराज सिंह सरकारी विमान से दर्जनों दिल्ली यात्राएं कर चुके हैं। यह बताने की जरूरत नहीं कि भाजपा में फाइनली होता वही है जो शिवराज सिंह चाहते हैं। क्योंकि शिवराज सिंह दिल्ली को मनाने की कला में माहिर हैं।
पॉवरकट कैसे होगी
बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह के प्रयासों के चलते नंदकुमार सिंह की कुर्सी अब सुरक्षित हो गई है। निश्चिंतता का भाव नंदकुमार सिंह के चहरे पर भी नजर आ रहा है। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सुर्खियों में आए थे। सबसे पहले उन्होंने बयान दिया कि शिवराज सिंह के साथ उनकी जोड़ी 3 चुनाव जिता चुकी है। इसी के साथ यह मान लिया गया कि तोमर ने प्रदेश अध्यक्ष पद की दावेदारी कर दी है। दिल्ली में जब अचानक सीएम शिवराज सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने गए तो यह मान लिया गया कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए उनका नाम फाइनल हो गया है। परंतु इसके तत्काल बाद नरेंद्र सिंह ने खबर का खंडन कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि क्या अंदर से आईं सभी खबरें गलत थीं। भोपालसमाचार.कॉम के सूत्र बताते हैं कि खबर गलत नहीं थी। मैसेज को डीकोड करने में गलती हुई है। नरेंद्र सिंह तोमर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नहीं होंगे बल्कि चुनाव प्रभारी होंगे। एक बार फिर तोमर और शिवराज की जोड़ी चौथा चुनाव लड़ेगी। नंदकुमार सिंह चौहान अपने कैबिन में बैठे रहेंगे। बस बैठे ही रहेंगे।