भोपाल। भिंड कलेक्टर इलैया राजा टी. राजा को कौन नहीं जानता। वही जिनके भिंड में रहते वीवीपैट गड़बड़ी पकड़ी गई, जिसे ईवीएम घोटाला कहा गया। जिसमें किसी भी बटन के दबाने पर पर्ची भाजपा की ही निकल रही थी। वही अटेर उपचुनाव का मामला जिसमें चुनाव आयोग ने भिंड कलेक्टर इलैया राजा टी. राजा को हटा दिया था और सीएम शिवराज सिंह ने चुनाव समाप्त होते ही आरोपित को वापस कलेक्टर बना दिया। उन्हीं भिंड कलेक्टर इलैया राजा टी. राजा को अब वीवीपैट गड़बड़ी के मामले में आरोप पत्र थमा दिया गया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में सरकार ने कलेक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का फैसला किया है।
मप्र शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने आरोप पत्र जारी किया है। 31 मार्च 2017 को अटेर विस उपचुनाव में वीवीपैट का उपयोग होने और लोगों को इसकी जानकारी देने को मशीन का प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान जितनी भी मतदाता पर्ची निकलीं, उसमें अधिकांश मत भाजपा को जाते हुए नजर आए। इसको लेकर मीडिया ने सवाल खड़े कर दिए। जिसे देखते हुए आयोग ने रिपोर्ट तलब कर ली थी। रिपोर्ट में बताया गया कि मशीनें उत्तर प्रदेश से आई थीं और उसमें पहले से मत दर्ज थे। नियमानुसार मशीनों को खाली करना था, पर इसमें लापरवाही बरती गई।
बता दें कि इस मामले में कलेक्टर राजा को निर्वाचन आयोग के आदेश पर भिंड से हटा दिया गया था लेकिन सीएम शिवराज सिंह ने चुनाव सम्पन्न होते ही राजा को फिर से भिंड कलेक्टर बना दिया। इस साल मप्र विधानसभा चुनाव आ रहे हैं। चुनाव आयोग अभी से सख्त हो गया है। शायद चुनाव आयोग के दवाब में इतने समय बाद आरोप पत्र थमाया गया है।