भोपाल। विश्व हिंदू परिषद ने 52 साल के इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मतदान किया और यह चुनाव विष्णु सदाशिव कोकजे ने जीत लिया। उन्होंने अपने नजदीकी प्रतिद्ंदी राघव रेड्डी को हराया जो अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर 2 कार्यकाल बिना चुनाव के बिता चुके थे। हिंदुत्व का बड़ा चेहरा प्रवीण तोगड़िया की नजदीकी के चलते उन्हे काफी हाइट मिली थी। इस बार भी तोगड़िया ने रेड्डी के लिए पूरी ताकत झौंक दी थी।
चुनाव में 192 वोट डाले गए, जिसमें से 131 वोट विष्णु सदाशिव कोकजे और 60 वोट राघव रेड्डी को मिले। विष्णु सदाशिव कोकजे मप्र के सपूत हैं। उनका जन्म 6 सितंबर 1939 को हुआ था और इत्तेफाक देखिए कि इसी तारीख को इसी दिन और इसी वर्ष विश्वहिंदू परिषद का भी गठन हुआ था। विष्णु हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर एवं मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं।
विष्णु कोकजे ने मध्यप्रदेश में अपनी ग्रेजुएशन की। एलएलबी की पढ़ाई के बाद वो वकील बन गए और फिर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जज भी बने। फिर वो राजस्थान हाइकोर्ट में भी बतौर जज सेवाएं देते रहे। इसके बाद वो आरएसएस के संपर्क में आए। अटलजी की सरकार में उन्हे हिमाचल प्रदेश का राजयपाल बनाया गया था। विष्णु कोकजे ने संघ से जुड़ी समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद के लिए भी काम किया।